शारीरिक शिक्षा एवं योग (Physical Education and Yoga) राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत B.A., B.Sc. तथा B.Com. 4th सेमेस्टर में पढ़ाया जाने वाला Co-Curricular Course, पाठ्यक्रम के अंतर्गत अनिवार्य विषय है। Physical Education and Yoga Definition पहला चैप्टर है । विश्वविद्यालय Syllabus इसके सभी चैप्टर का लिंक आपको नीचे पोस्ट में मिल जाएगा ।
Ch 1 : Physical Education and Yoga Definition |Aim | शारीरिक शिक्षा एवं योग | परिभाषा | उद्देश्य
1- शारीरिक शिक्षा (Physical Education):
शारीरिक शिक्षा (Physical Education) वह शिक्षा हैं जिसके अंतर्गत छात्रों को स्वस्थ रहने के तरीकों को सिखाया साथ ही उसकी महत्ता को दर्शाया जाता हैं कि कैसे हम इसको अपने जीवन में उतार सकते हैं । इस शिक्षा के अंतर्गत छात्र शरीर की आवश्यकताओं एवं स्वस्थ रहने हेतु विभिन्न कलाओं के विषय मे जानकारी एकत्रित करते हैं।
विद्यालय में सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे खेल कुद प्रतियोगितायें, व्यायाम, को सम्मिलित करना शारीरिक शिक्षा का ही एक भाग हैं। जिसकी सहायता से छात्रों को सक्रिय एवं स्वस्थ रखने का प्रयास किया जाता हैं । Physical Education and Yoga Definition.
2- शारीरिक शिक्षा की परिभाषा (Physical Education and Yoga Definition):
- डेलबर्ट यूफर के अनुसार –
According to Delbert Ufer – “Physical education is the collective effect of the experiences that a person receives through physical activities.”
“शारीरिक शिक्षा उन अनुभवों का सामूहिक प्रभाव है जो शारीरिक क्रियाओं द्वारा व्यक्ति को प्राप्त होता हैं।”
- हरबर्ट स्पेंसर के अनुसार –
According to Herbert Spencer – “Full expression requires physical, moral and mental activities.”
“पूर्ण अभिव्यक्ति के लिए शारीरिक,नैतिक,मानसिक क्रियाओं की आवश्यकता होती हैं।”
3- शारीरिक शिक्षा के उद्देश्य (Aims of Physical Education):
- इस शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास (all round development) करना हैं। छात्रों का मानसिक एवं बौद्धिक विकास करना इसका मुख्य लक्ष्य हैं।
- यह छात्रों को समाज के सहायक तत्व के रूप में तैयार करने का साधन हैं। जिसके द्वारा वह भविष्य में समाज के साथ समायोजन कर सकें।
- इस शिक्षा द्वारा छात्रों को स्वस्थ रहने की कला एवं गुणवत्ता को समझाया जाता हैं, क्योंकि स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता हैं।
- यह शिक्षा छात्रों का भावावेग-संबंधी (Emotional Related) विकास करती है। यह उनके संवेगात्मक पहलुओं में नियंत्रण लाने का कार्य करती हैं।
- यह शिक्षा छात्रों की मांसपेशियों (Muscle) का विकास करने हेतु प्रदान की जाती है। जिसकी सहायता से वह निरंतर क्रियाशील बने रहते हैं।
4- शारीरिक शिक्षा के प्रति कुछ मिथ्या / भ्रांतियाँ (Some misconceptions about Physical Education):
- शारीरिक शिक्षा केवल केवल खेलकुद की शिक्षा है ।
- खेलकूद से केवल शारीरिक विकास होता है ।
- खेलकूद से बौद्धिक विकास अच्छे से नहीं हो पता है ।
- खिलाड़ी अच्छा विद्यार्थी नहीं हो सकता ।
- शारीरिक शिक्षा के लिए पढ़ाई की आवश्यकता नही है ।
- शारीरिक शिक्षा के लिए नियमित अभ्यास की आवश्यकता नही है ।
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शारीरिक शिक्षा एवं योग | Physical Education and Yoga
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